SI Bharti 2021 scam 15 लाख में डमी कैंडिडेट बनकर पास कराया SI एग्जाम, खुद फेल हो गई: जोधपुर से पति-पत्नी गिरफ्तार, भागने की फिराक में थी महिला
“खुद फेल हो गई, लेकिन दूसरों को पास करा दिया!”
ये कहानी किसी फिल्म की नहीं, हकीकत है। जोधपुर में SI भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़े का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। इसमें एक महिला ने 15 लाख रुपए लेकर दूसरी लड़की की जगह पेपर दिया, उसे पास भी करवा दिया। लेकिन जब खुद के लिए एग्जाम दिया, तो फेल हो गई।
अब पुलिस ने इस महिला और उसके पति दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों फरार चल रहे थे। गोवा में एक शराब की दुकान पर सेल्समैन बना बैठा था और दूसरी जोधपुर में छुपकर रह रही थी। आइए, जानते हैं इस पूरे मामले को
सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में चला फर्जीवाड़ा का खेल
2021 में जोधपुर रेंज के अंतर्गत सब-इंस्पेक्टर (SI) भर्ती परीक्षा हुई थी। इस परीक्षा में हरखू जाट नाम की एक युवती सफल हुई और प्लाटून कमांडर तक बन गई। लेकिन जब SOG (Special Operations Group) ने जांच शुरू की, तो एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आ गया।
हरखू ने ये परीक्षा खुद नहीं दी थी। उसके बदले में इंद्रा नाम की महिला ने पेपर दिया था। और इसके बदले उसे 15 लाख रुपए मिले थे।
कहां से जुड़ी कहानी की डोरी?
जांच में पता चला कि हरखू और इंद्रा की मुलाकात एक लाइब्रेरी में हुई थी। हरखू पढ़ाई में थोड़ी कमजोर थी, वहीं इंद्रा काफी होशियार थी। धीरे-धीरे बातचीत हुई और भरोसा भी बना। फिर हरखू ने इंद्रा को अपनी जगह पेपर देने का ऑफर दिया – और इंद्रा मान भी गई। पैसों का लालच था और चालाकी भी।
डमी कैंडिडेट बनी इंद्रा, हरखू पास हो गई
इंद्रा ने हरखू के नाम से एग्जाम दिया और अच्छे नंबरों से पास हो गई। नतीजा – हरखू को प्लाटून कमांडर की पोस्ट मिल गई। इधर, इंद्रा ने खुद के नाम से भी एग्जाम दिया, लेकिन उसमें फेल हो गई।
पति को जब सच्चाई पता चली तो उसने बनाई ब्लैकमेल की योजना
इंद्रा के पति नरपत राम को जब ये बात पता चली, तो उसने भी इसमें से फायदा उठाने की ठानी। उसने हरखू से 15 लाख रुपए लिए, ये कहकर कि वो इंटरव्यू तक इंद्रा को भी पास करा देगा। लेकिन असल में ये सिर्फ पैसे ऐंठने का तरीका था।
फर्जीवाड़ा सामने आया, SOG पहुंची हरखू तक
जैसे ही SOG की टीम ने हरखू से पूछताछ की, परत-दर-परत सच्चाई सामने आने लगी। हरखू ने इंद्रा का नाम लिया और फिर इंद्रा के पति नरपत का। इसके बाद पुलिस ने दोनों की तलाश शुरू की।
गोवा में पकड़ा गया पति, जोधपुर में छुपी थी पत्नी
नरपत राम, गोवा के एक वाइन शॉप पर सेल्समैन की नौकरी कर रहा था। जब पुलिस पहुंची और अपनी पहचान बताई, तो वो चौंक गया। वहीं, इंद्रा जोधपुर के खेमे का कुआं इलाके में छिपकर रह रही थी। पुलिस को जैसे ही पता चला कि इंद्रा वहाँ आती-जाती है, टीम ने निगरानी शुरू की।
इंद्रा की गिरफ्तारी के समय का दिलचस्प किस्सा
जिस समय पुलिस की टीम इंद्रा को पकड़ने पहुँची, वो अपना सामान पैक कर रही थी। दरअसल, उसे खबर मिल गई थी कि उसका पति गोवा में गिरफ्तार हो चुका है। उसे शक था कि अब पुलिस उसे भी पकड़ने आएगी। इसी डर से वो फरार होने की तैयारी कर रही थी, लेकिन पुलिस की टीम पहले ही पहुँच गई।
RAS परीक्षा भी दे चुकी है इंद्रा
जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार के मुताबिक, इंद्रा पहले भी कई प्रतियोगी परीक्षाएं दे चुकी है। वह 2018 की SI परीक्षा में इंटरव्यू तक पहुँची थी, लेकिन चयन नहीं हुआ। इतना ही नहीं, RAS परीक्षा में भी उसने कोशिश की थी, लेकिन असफल रही।
पुलिस की मेहनत और SOG की सटीकता से हुआ पर्दाफाश
इस पूरे मामले में SOG और जोधपुर रेंज की पुलिस ने बहुत मेहनत की। दो टीमें बनाई गईं – एक ने गोवा में नजर रखी, दूसरी ने जोधपुर में। सटीक जानकारी, सही वक्त पर एक्शन और मजबूत नेटवर्क के चलते दोनों आरोपी पकड़े गए।
क्या हैं अब आगे की कार्रवाई?
अब इंद्रा और उसके पति नरपत को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन्हें SOG के हवाले कर दिया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। इस पूरे मामले में यह भी जांच हो रही है कि क्या और भी उम्मीदवारों को इसी तरह से फर्जी तरीके से पास कराया गया है।
अब सवाल ये उठता है…
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क्या इतनी मेहनत और समझदारी से किसी और को पास कराने वाली इंद्रा ने कभी सोचा कि खुद की मेहनत से भी सफल हो सकती थी?
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क्या हमारे सिस्टम में ऐसी खामियां हैं कि लाखों रुपए लेकर कोई भी किसी और की जगह परीक्षा दे सकता है?
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क्या हरखू जैसे लोग जो खुद मेहनत नहीं करना चाहते, सिर्फ सरकारी नौकरी पाने की लालसा में किसी भी हद तक जा सकते हैं?