हिजाब विवाद :जौनपुर, 25 फरवरी 2025: उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में यूपी बोर्ड की 10वीं की परीक्षा के दौरान हिजाब को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया। सर्वोदय इंटर कॉलेज, खुदौली परीक्षा केंद्र पर 10 मुस्लिम छात्राओं को हिजाब हटाकर परीक्षा देने के लिए कहा गया। जब उन्होंने ऐसा करने से इनकार किया, तो उन्हें परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं मिली, जिसके बाद वे बिना परीक्षा दिए घर लौट गईं।
क्या है पूरा मामला?
यह परीक्षा केंद्र खेतासराय स्थित मॉडर्न कॉन्वेंट स्कूल के छात्रों के लिए बनाया गया था, जो स्कूल से करीब 4 किलोमीटर दूर है। सोमवार को हिंदी का पेपर था, और अन्य छात्राओं की तरह ये 10 छात्राएं भी परीक्षा केंद्र पहुंची थीं।
एंट्री गेट पर चेकिंग के दौरान केंद्र प्रशासन ने उनसे हिजाब हटाने को कहा। कई छात्राओं ने नियमों का पालन करते हुए हिजाब हटाया और परीक्षा दी, लेकिन 10 छात्राएं इसके लिए तैयार नहीं हुईं। इनमें से कुछ ने अपने अभिभावकों को बुलाया, लेकिन जब स्कूल प्रशासन अपने फैसले पर अडिग रहा, तो छात्राओं ने परीक्षा छोड़ने का फैसला किया।
अभिभावकों की प्रतिक्रिया
एक छात्रा के पिता अहमदुल्लाह ने कहा, “मेरी बेटी और उसकी सहेलियों को हिजाब हटाने के लिए मजबूर किया गया। हमने अनुरोध किया कि महिला शिक्षकों द्वारा जांच करवा ली जाए, लेकिन हमारी बात नहीं मानी गई। जब तक बच्चियों को हिजाब में परीक्षा देने की इजाजत नहीं मिलेगी, तब तक मैं उन्हें दोबारा भेजने के लिए तैयार नहीं हूं।”
कॉलेज प्रशासन का पक्ष
सर्वोदय इंटर कॉलेज के प्रबंधक अनिल उपाध्याय ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि किसी भी छात्रा को परीक्षा देने से रोका नहीं गया। उन्होंने स्पष्ट किया, “एडमिट कार्ड का सत्यापन चेहरे से करना अनिवार्य था, लेकिन छात्राओं ने नकाब हटाने से इनकार कर दिया। यह परीक्षा नियमों के खिलाफ था। उन्हें परीक्षा केंद्र से जाने के लिए बाध्य नहीं किया गया, बल्कि वे खुद चली गईं।”
हिजाब पर गाइडलाइन को लेकर असमंजस
मॉडर्न कॉन्वेंट स्कूल के प्रधानाचार्य डॉक्टर आबिद ने कहा कि यूपी बोर्ड की परीक्षा में ऐसा कोई स्पष्ट नियम नहीं है कि छात्राओं को हिजाब या नकाब हटाना अनिवार्य है। उन्होंने कहा, “यदि बोर्ड ने ऐसी कोई गाइडलाइन जारी की होती, तो हमें इसकी जानकारी होती। परीक्षा केंद्र पर ऐसा करने के लिए कहना अनुचित था, जिससे छात्राओं की शिक्षा प्रभावित हुई।”
यूपी बोर्ड परीक्षा में बढ़ी सख्ती
इस बार यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में पहले से अधिक सख्ती बरती जा रही है। परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा जांच के दौरान छात्रों को उनके मोजे तक उतारने पड़े, जबकि छात्राओं की हेयर क्लिप तक की जांच की गई।
परीक्षा छोड़ने वालों की बढ़ती संख्या
पहले दिन की परीक्षा में कुल 2.72 लाख छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी, जिसमें हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के परीक्षार्थी शामिल थे। वहीं, 9 छात्र नकल करते पकड़े गए, जबकि 14 ऐसे लोग पकड़े गए, जो दूसरों की जगह परीक्षा दे रहे थे। इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
इस घटना को लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा, “यदि परीक्षा केंद्र प्रशासन ने हिजाब हटाने को लेकर जरूरत से ज्यादा सख्ती की है, तो इस पर कार्रवाई होगी।”
अब देखना होगा कि प्रशासन इस विवाद को कैसे हल करता है और क्या छात्राओं को परीक्षा में बैठने के लिए कोई नई व्यवस्था दी जाती है या नहीं। इस मामले ने शिक्षा व्यवस्था और धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर फिर से एक नई बहस छेड़ दी है। …….अन्य खबरों के लिए क्लिक करें