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मोदी को खुली बहस की चुनौती
ममता ने पीएम मोदी को आमने-सामने बहस करने की चुनौती दी। उन्होंने कहा, “मैं पीएम मोदी को बिना स्क्रिप्ट के, तुरंत जवाब देने वाली बहस के लिए आमंत्रित करती हूं। चाहें तो वे अपना टेलीप्रॉम्प्टर भी ला सकते हैं।” ममता ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी मीडिया को नियंत्रित करते हैं और बंगाल के खिलाफ फर्जी खबरें फैलाते हैं। उन्होंने कहा, “आप राजस्थान, बांग्लादेश और अन्य जगहों की घटनाओं का गलत इस्तेमाल करते हैं। हर प्रदर्शन आपके नाम पर होता है। सेना के लिए कोई ठोस प्रोजेक्ट क्यों नहीं शुरू करते? आपको सिर्फ प्रचार चाहिए।” -
‘ऑपरेशन सिंदूर’ और ‘ऑपरेशन बंगाल’ पर सवाल पूछा
ममता ने पीएम मोदी के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ वाले बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह सुनना न केवल स्तब्ध करने वाला, बल्कि दुर्भाग्यपूर्ण भी है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या पीएम मोदी अब ‘ऑपरेशन बंगाल’ जैसे अभियान की बात करेंगे। ममता ने कहा, “जब हम आतंकवाद के खिलाफ केंद्र का समर्थन कर रहे हैं, तब पीएम मोदी बंगाल की आलोचना कर रहे हैं। अगर हिम्मत है तो कल चुनाव लड़ें।”यह टिप्पणी उस संदर्भ में आई, जब अलीपुरद्वार में पीएम मोदी की सभा में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने ‘ऑपरेशन बंगाल’ को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से जोड़ते हुए तृणमूल कांग्रेस सरकार को सत्ता से हटाने का आह्वान किया था।
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महिलाओं को उपहार: महिलाओं को सिंदूर भेंट किया जाएगा, जो हिंदू संस्कृति में सुहाग का प्रतीक माना जाता है।
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जनसंपर्क अभियान: केंद्र के सभी मंत्री, एनडीए सांसद और संगठन के वरिष्ठ नेता इस अभियान में शामिल होंगे। सांसदों को अपने क्षेत्र में रोजाना 15-20 किमी पैदल यात्रा कर जनसंपर्क करना होगा, जबकि मंत्रियों को हफ्ते में दो दिन 20-25 किमी की यात्रा करनी होगी।
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पैम्फलेट वितरण: ऑपरेशन सिंदूर की उपलब्धियों को हाईलाइट करने वाले पैम्फलेट बांटे जाएंगे।
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डॉक्यूमेंट्री निर्माण: इस अभियान में शामिल विभागों पर शॉर्ट फिल्में बनेंगी, जिन्हें कर्मचारियों और उनके परिजनों को दिखाया जाएगा ताकि वे गौरव महसूस करें और भविष्य में बेहतर योगदान दें।
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जनसंपर्क अभियान: 29 मई तक हर विधानसभा क्षेत्र में बूथ स्तर पर (1+4) और (1+2) फॉर्मूले के तहत कार्यकर्ता सक्रिय रहेंगे।
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प्रेस वार्ता: 2 से 5 जून तक जिला स्तर पर प्रेस वार्ताएं होंगी। 7 या 8 जून को राष्ट्रीय अध्यक्ष दिल्ली में प्रेस वार्ता करेंगे।
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प्रोफेशनल्स मीट: जिलों में पेशेवरों के साथ बैठकें होंगी, जहां नीतिगत मुद्दों पर चर्चा होगी।
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विकसित भारत संकल्प सभा: हर मंडल पर सभाएं आयोजित होंगी, जिसमें नागरिकों से विकसित भारत के लिए संकल्प लिया जाएगा।
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पंचायत चौपाल: गांवों में पंचायत और शहरों में मोहल्ला चौपाल के जरिए सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी।
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आयुष्मान भारत योजना शिविर: हर विधानसभा क्षेत्र में पंजीकरण शिविर लगेंगे, जिसमें प्रत्येक जिले से 100 लाभार्थियों की भागीदारी अनिवार्य होगी।
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डिजिटल प्रतियोगिता: वीडियो और ग्राफिक्स आधारित प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी।
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प्रदर्शनी: सभी जिलों में सरकारी योजनाओं की प्रदर्शनियां लगेंगी।
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योग दिवस: 15 से 20 जून तक योग प्रशिक्षण शिविर होंगे, और 21 जून को मुख्य कार्यक्रम आयोजित होगा।
इसको लेकर जनता भी PM मोदी के इस घर घर सिंदूर पहुचाने वाले अभियान की आलोचना करने लगी है कुछ लोग बोल रहे है कि PM मोदी हर चीज़ का प्रचार करते है महिलाए अपने पति के नाम का सिंदूर लगाती है मोदी जी सिंदूर के नाम पर अब घटिया राजनीति कर रहे है पूरा देश आंतकवाद से निपटने के लिए सरकार के साथ खड़ा है लेकिन फिर भी बीजेपी और मोदी जी अपनी राजनीति कर रहे है
वही कुछ लोग PM मोदी का समर्थन करते दिख रहे है इसे अच्छा कदम बता रहे है| अब आप इस पूरे घटनाक्रम को किस तरह से देखते है